जो वो रोये तो हंगामा हो गया
हम रोये तो किसी को खबर न हुई
गिला नहीं कि मुझे यार ने क़त्ल किया
गिला है कि उसे प्यार की खबर न हुई
शिकवा करूँ भी तो क्या करूँ रकीब से
कमबक्त जिंदगी मुझसे ही बसर न हुई
ताउम्र देखता रहा औरों की गलतियाँ
खुद की गलतियाँ पर कभी नज़र न हुई
-अभिषेक